GOOGLE ADSENSE APPROVAL TECHNIQUES IN HINDI
आज मैं आपको अपने ब्लॉग के Google AD Sense से अनुमोदन के बारे में बता रहा हूँ | हाल ही में मैंने अपने डोमेन नाम को .blogspot से .com में बदल दिया है |
जब मेरे ब्लॉग का डोमेन .blogspot.com था तो यह Google Adsense से अनुमोदित था | लेकिन डोमेन नाम बदलने के बाद, Google मेरे ब्लॉग को नए ब्लॉग के रूप में पहचानता है |
इसलिए मुझे मौजूदा ब्लॉग के लिए फिर से Google Ad Sense अनुमोदन के लिए आवेदन करना पड़ा | 15 दिन के इंतज़ार के बाद, Google ने मेरे अनुरोध को अस्वीकृत कर दिया |
google कभी भी अस्वीकृति के कारण का विस्तार से वर्णन नहीं करता है | Google अस्वीकृति का केवल संक्षिप्त कारण ही बताता है | आपको ही अस्वीकृति का विस्तृत कारण ढूंढना होगा |
यही मैने भी किया और फिर ब्लॉग Google Adsense से अनुमोदित हो गया | लेकिन इन सब चक्कर में का Google Adsense के अनुमोदन प्रोसेस सीखा | वही अनुभव इस लेख में साझा कर रह हूँ | अब आप नीचे लिखे बिंदुओं को देखें |
I.प्रकाशित ब्लॉग सामग्री
सबसे महत्वपूर्ण आपकी प्रकाशित ब्लॉग सामग्री है | प्रकाशित लेख की line alignment & readabity सही होना चाहिए |
कम से कम 25 लेख प्रकाशित होने चाहिए | आपका एक लेख में कम से कम 300 से 700 शब्द होने चाहिए |
लेख किसी भी जगह से पूरी तरह से कॉपी नहीं किया हो | लेख सामग्री आप कहीं से भी ले सकते है, पर उसे अपने भाषा में लिखना होगा |
लेख में अश्लील सामग्री, कैसिनो ( जुआ ), दवाई का दुरूपयोग , सॉफ्टवेयर हैकिंग , अत्यधिक धार्मिक घृणा आदि से संबंधित कुछ भी है तो हटा दें |
लेख में Copyright सामग्री ना हो, अगर कॉपीराइट मेटीरियल डालना ज़रूरी हो तो लेख के अंत में डिसक्लेमर दें या सोर्स पॉइंट को क्रेडिट दे दें |
II. आपकी और ब्लॉग की उम्र
आपकी उम्र कम से कम 18 होनी चाहिए , नही तो किसी और फॅमिली मेंबर का gmail account और Bank account Number देना पड़ेगा |
जहाँ तक बात ब्लॉग की उम्र की है तो ब्लॉग कम से कम 3 – 6 महीना पुराना होना चाहिए |
III. अन्य विज्ञापन नेटवर्क
बहुत बार ऐसा होता है, आपके ब्लॉग पर 1-2 महीना में ही काफ़ी व्यूवर्स हो जातें हैं | ऐसे में हमलोग अपने ब्लॉग में फ्लिपकार्ट या आमज़ॉन का Ad Widget लगा लेते हैं |
इस केस में अच्छा होगा, आप Google Adsense अप्लाइ करने के बाद या पहले ऐसे widget को हटा दें | ऐसा कुछ नियम नही है, पर अच्छा रहेगा |
IV. उपयोगकर्ता के अनुकूल ब्लॉग इंटरफ़ेस
इसका मतलब ब्लॉग ओपनिंग स्पीड अच्छा हो | बेवज़ह ज्यादा image & widget डालने से ब्लॉग स्पीड कम हो जाती है | ऐसे में दर्शकों को ब्लॉग देखने में दिक्कत होती है ,जिससे ट्रॅफिक कम हो जाता है |
अगला कम होता है ब्लॉग में Navigation टूल डालने का इससे दर्शकों को ब्लॉग के टॉपिक्स खोजना आसान हो जाता है | जैसे एक यात्रा साइट के लिए, आपका नेविगेशन बार इस तरह दिख सकता है :-
-> Homepage <> Destinations <> Gallery <> Reviews <> About us. और एक कंप्यूटर प्रोग्रामिंग साइट के लिए, आपका नेविगेशन बार ऐसा दिख सकता है: – -> Homepage <> C++ <> PhP <> JavaScript <> Beginners <> About us
V.ज़रूरी Pages
कुछ Pages का ब्लॉग पर होना ज़रूरी जैसे About us, Disclaimer, Contact us, Private policy etc. इन Pages को बनाने के लिए आप मेरे ब्लॉग का देख सकते है |
अब प्रश्न उठता है की ब्लॉग में पेज कैसे बनातें हैं ? आगे मैने पेज बनाने का तरीका बताया है | Page और lebel बनाने का तरीका,उसका लिंक How to add page in blog
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