Highest & Gradual Rise And Fall Of Sensex (Hindi)
इस लेख में सेंसेक्स के गिरावट और निफ्टी के क्रमिक वृद्धि का वर्णन किया गया है ।
सेंसेक्स और निफ्टी का इतिहास बताने की प्रेरणा मुझे कार्ल मार्क्स के कथन से मिली – “History repeats itself,first as tragedy,second as farce” मतलब यदि आप सेंसेक्स और निफ्टी के इतिहास से परिचित होंगे तो भविष्य में आने वाली गिरावट या क्रमिक वृद्धि को बेहतर समझ पाएँगे ।
इस लेख में मेने लिखा है, निफ्टी कितने दिनों में 0 से 11000 तक गया ।इससे आपको निफ्टी का वृद्धि दर पता चलेगा ।
Nifty listed on 1000 value in 21st April 1996
2000 on 2nd Dec 2004 after gap of 8 years.
3000 on January 30, 2006 after gap of 1year 1.5 months.
4000 on December 1, 2006 after gap of 10.1 months.
5000 on September 27, 2007 after gap of 1year 9.8 months.
6000 on December 11, 2007 after gap of 2.5 months.
7000 on May 12, 2014 after long gap of 6 years 5 months.
8000 & date – September 1, 2014 after very short gap of 3.6 months.
9000 on March 14, 2017 after gap of 2 years 6.4 months.
10000 on Jul 25, 2017 after gap of 4.3 months.
11,000 on 21st Jan 2018 after gap of approx 6 months.
यहाँ मैं आपको सेंसेक्स के गिरावट के बारे में संक्षिप्त में बता रहा हूँ । यदि आप विस्तार में जानना चाहते हैं ।
फिर आप Google पेज में दिनांक और सेंसेक्स टाइप करें। गूगल आपको पूरा डीटेल इन्फर्मेशन देगा ।
गिरावट का तत्कालिक कारण कुछ भी हो सकता है पर मुख्य कारण P/E और P/B अनुपात होता है ।
जब सेंसेक्स का P/E अनुपात 20 से ज़यादा और P/B अनुपात 2.5 से अधिक होगा तो बाज़ार का गिरना तय होता है ।
P/E और P/B अनुपात आप सेंसेक्स और निफ्टी के वेबसाइट पर देख सकते है ।
Sl. | Date | Fall of Sensex | Sensex Value after fall |
---|---|---|---|
1. | 02.04.2007 | 617 Pts. | Rs. 12,455.00 |
2. | 01.08.2007 | 615 Pts. | Rs. 14,938.00 |
3. | 16.08.2007 | 643 Pts. | Rs. 14,358.00 |
4. | 18.10.2007 | 717 Pts. | Rs. 17,998.00 |
5. | 21.11.2007 | 678 Pts. | Rs. 18,515.00 |
6. | 17.12.2007 | 856 Pts. | Rs. 19,177.00 |
7. | 18.01.2008 | 687 Pts. | Rs. 19,014.00 |
8. | 21.01.2008 | 1408 Pts. | Rs. 16,963.00 |
9. | 22.01.2008 | 875 Pts. | Rs. 16,730.00 |
10. | 11.02.2008 | 796 Pts. | Rs. 16,630.00 |
11. | 03.03.2008 | 900 Pts. | Rs. 16,677.00 |
12. | 17.03.2008 | 951 Pts. | Rs. 15,000.00 |
13. | 24.10.2008 | 1070 Pts. | Rs. 8,701.00 |
14. | 06.07.2009 | 869 Pts. | Rs. 14,043.00 |
15. | 24.08.2015 | 1600 Pts. | Rs. 25,741.00 |
16. | 02.02.2018 | 840 Pts. | Rs. 35,066.00 |
17. | 06.02.2018 | 561 Pts. | Rs. 34,195.00 |
18**. | 14.02.2022 | 1747.08 Pts. | Rs. 56,405.84 |
** – 26 फरवरी, 2021 के बाद से 10 महीनों में यह सेंसेक्स की सबसे बड़ी एकल-दिवस गिरावट थी। बाजार में गिरावट मुख्य रूप से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जैसी स्थिति के कारण भारी वैश्विक बिकवाली के कारण हुई थी।
सेंसेक्स ने 10 साल बाद एक दिन की सबसे बड़ी तेजी ( 20.05.2019)
रविवार ( 19.05.2019) शाम को अंतिम चरण का चुनाव संपन्न होने के बाद एग्जिट पोल का परिणाम आया | सभी एग्जिट पोल में यह अनुमान लगाया गया है कि मोदी सरकार की बहुमत के साथ वापसी हो रही है | वास्तविक लोकसभा चुनाव का परिणाम 23 मई 2019 को आएगा |
इस खबर के बाद सेंसेक्स ने 10 साल बाद एक दिन की सबसे बड़ी तेजी दर्ज की | कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1421.90 प्वाइंट यानी 3.75 फीसदी चढ़कर 39352.67 के स्तर पर बंद हुआ | वहीं, निफ्टी 421.10 अंक यानी 3.69 फीसदी चढ़कर 11828.30 पर बंद हुआ |
भारत में यूनिक क्लाइंट कोड (यूसीसी) (UCC) संख्या
प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बीएसई ने 7th June 2021 यूनिक क्लाइंट कोड (यूसीसी) के आधार पर ,एक बयान में कहा कि अब सात करोड़ पंजीकृत उपयोगकर्ताओं हो गये हैं | 6 करोड़ से 7 करोड़ उपयोगकर्ताओं की यात्रा में केवल 139 दिन लगे |
जबकि पिछले मील के पत्थर 6 करोड़, 5 करोड़ और 4 करोड़ के लिए क्रमशः 241, 652 और 939 दिन लगे थे | शायद यह करोना वाइरस के वजह से घर से काम करने वाले और उनसे प्रभावित युवा पीढी के वजह से हुआ है |
भारत में विदेशी मुद्रा भंडार ( Foreign Currency)( 12th June 2021)
12 जून 2021 में RBI ने बताया कि पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार में 6.842 अरब डॉलर बढ़ा जिससे टोटल वॅल्यू 605.842 अरब़ डॉलर हो गया | मतलब 500 से 600 अरब डॉलर होने में सिर्फ़ 1 साल लगा |
जबकि पिछले 500 अरब डॉलर, 400 अरब डॉलर, 300 अरब डॉलर और 200 अरब डॉलर के लिए क्रमशः 2.5 years, 3 years और 7 years लगे थे |
देश में विदेशी मुद्रा भंडार 6 April 2007 में 200 अरब डॉलर को , 28 मार्च 2014 में 300 अरब डॉलर को, 8 September 2017 को 400 अरब डॉलर और 5 जून 2020 में 500 अरब डॉलर को पार किया |
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